राजस्थान सरकार ने एक बार फिर गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए राहत की खबर दी है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (NFSA) के अंतर्गत अब पात्र लोगों को 1 जून 2025 से गेहूं वितरण शुरू कर दिया गया है। यह वितरण सरकार द्वारा तय की गई नीति के तहत राज्यभर की राशन दुकानों पर किया जा रहा है।
अगर आपने हाल ही में राशन कार्ड में नाम जोड़ने के लिए आवेदन किया है और आपका फॉर्म अप्रूव हो चुका है, तो अब आपके मन में ये सवाल होगा – गेहूं कब मिलेगा? कैसे मिलेगा? और कितना मिलेगा? चलिए जानते हैं इस पूरी प्रक्रिया के बारे में आसान भाषा में।
गेहूं वितरण कब से शुरू हुआ?
राजस्थान सरकार ने साफ कर दिया है कि गेहूं वितरण की शुरुआत 1 जून 2025 से हो चुकी है। सरकार का कहना है कि पहले चरण में मई और जून माह के लिए 5 किलो अतिरिक्त गेहूं दिया जाएगा। इसका मतलब है कि राशन कार्ड धारकों को पहले से मिलने वाले राशन के साथ अब और भी ज्यादा गेहूं मिलेगा, वो भी सस्ती दरों पर।
कौन-कौन लोग इस योजना का लाभ ले सकते हैं?
गेहूं वितरण का फायदा सिर्फ उन्हीं परिवारों को मिलेगा, जो खाद्य सुरक्षा सूची (NFSA) में पंजीकृत हैं। सरकार ने इसके लिए कुछ श्रेणियों को चुना है:
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अंत्योदय परिवार (AAY) – जो सबसे ज्यादा गरीब माने जाते हैं।
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बीपीएल (BPL) परिवार – जो गरीबी रेखा से नीचे आते हैं।
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एपीएल (APL) परिवार – जो गरीबी रेखा से ऊपर हैं लेकिन सरकारी मानदंडों में पात्र माने जाते हैं।
अगर आप इनमें से किसी भी श्रेणी में आते हैं और आपके पास सक्रिय राशन कार्ड है, तो आप इस योजना का फायदा ले सकते हैं।
अगर आपका नाम NFSA लिस्ट में नहीं है तो क्या करें?
अगर आपने अभी तक खाद्य सुरक्षा योजना में आवेदन नहीं किया है या आपके परिवार का कोई नया सदस्य राशन कार्ड में नहीं जुड़ा है, तो आपको पहले आवेदन करना होगा।
आपको पास के ई-मित्र कियोस्क पर जाकर आवेदन करना होगा। यहां आपको “Ration Card Add Name – Deletion Of Name – Correction (Form-4)” सेवा चुननी होगी और जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करके फॉर्म भरना होगा।
फॉर्म सबमिट करने के बाद आपको एक संदर्भ संख्या मिलेगी जिससे आप अपना आवेदन ऑनलाइन ट्रैक कर सकते हैं।
कौन से दस्तावेज़ लगेंगे आवेदन के लिए?
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आधार कार्ड (सभी सदस्यों का)
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पुराना राशन कार्ड
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बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र (अगर नया बच्चा है)
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विवाह प्रमाण पत्र (अगर नई बहू का नाम जोड़ना है)
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पते का प्रमाण (बिजली बिल, निवास प्रमाण पत्र आदि)
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जन आधार या भामाशाह कार्ड, अगर उपलब्ध हो
गेहूं वितरण कैसे होगा?
सरकार ने इस बार गेहूं वितरण को और भी डिजिटल और पारदर्शी बनाने के लिए नई प्रक्रिया शुरू की है:
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राशन डीलर द्वारा सत्यापन: सबसे पहले राशन डीलर आपके राशन कार्ड की जानकारी चेक करेंगे।
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ओटीपी के ज़रिए वितरण: अब गेहूं लेने के लिए आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर जरूरी है। आपको OTP मिलेगा जिसे बताकर राशन लिया जा सकता है।
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स्मार्ट राशन कार्ड से वितरण आसान: जिन लोगों के पास स्मार्ट राशन कार्ड है, उन्हें राशन जल्दी और आसानी से मिल जाएगा।
अगर आवेदन किया है, लेकिन राशन नहीं मिल रहा?
अगर आपने फॉर्म भर दिया है लेकिन अभी तक राशन नहीं मिल रहा है, तो सबसे पहले ये जांचें कि आपका फॉर्म अप्रूव हुआ है या नहीं। इसके लिए आप ई-मित्र पोर्टल पर जाकर अपनी संदर्भ संख्या से स्टेटस चेक कर सकते हैं।
अगर फॉर्म अप्रूव है, लेकिन राशन नहीं मिला, तो हो सकता है कि स्थानीय सत्यापन पूरा न हुआ हो। इस स्थिति में आप अपने नजदीकी राशन डीलर या खाद्य सुरक्षा अधिकारी से संपर्क करें।
किन बातों का रखें ध्यान?
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केवल वही लोग इस योजना का लाभ ले सकते हैं जिनका नाम NFSA सूची में है।
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जिनका नाम अभी जुड़ा नहीं है, उन्हें पहले आवेदन करना जरूरी है।
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कोई भी सरकारी कर्मचारी, आयकरदाता या सक्षम आय वाला परिवार इस योजना में पात्र नहीं होगा।
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अगर किसी व्यक्ति को गलत तरीके से जोड़ा गया है, तो उसका नाम जांच के बाद हटाया जा सकता है।
गेहूं वितरण के फायदे क्या हैं?
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गरीब परिवारों को राहत: महंगाई के समय में सस्ते गेहूं से परिवारों को राहत मिलेगी।
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डिजिटल प्रक्रिया: अब सब कुछ ऑनलाइन है, जिससे भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हो गई है।
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OTP आधारित वितरण: इससे गलत व्यक्ति को राशन मिलने की संभावना नहीं रहती।