WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now

लोन लेने वालों के लिए बड़ी खबर! EMI Bounce पर अब लगेगा तगड़ा जुर्माना, नए नियम हर किसी को जानना जरूरी

EMI Bounce: आज के समय में लोन लेना बहुत आम बात हो गई है। कोई घर बनवाने के लिए लोन लेता है, कोई कार खरीदने के लिए, तो कोई बच्चों की पढ़ाई या मेडिकल ज़रूरतों के लिए। लेकिन लोन लेना जितना आसान है, उसे समय पर चुकाना उतना ही जरूरी है। अगर आपने लोन लिया है और उसकी किस्त यानी EMI समय पर नहीं भरते हैं, तो अब आपको इसके लिए बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2025 में EMI बाउंस से जुड़े कुछ नए नियम बनाए हैं, जो आम लोगों को ध्यान में रखते हुए लाए गए हैं। ये नियम इसलिए बनाए गए हैं ताकि EMI बाउंस होने पर लोगों पर गलत तरीके से ज्यादा जुर्माना न लगाया जा सके, लेकिन साथ ही उन्हें सिखाया जा सके कि समय पर लोन चुकाना कितना जरूरी है।

इस लेख में हम आपको इन नए नियमों के बारे में आसान भाषा में बताएंगे, ताकि आप चाहे किसी भी उम्र के हों, सब कुछ आसानी से समझ सकें।


EMI Bounce क्या होता है?

जब आप कोई लोन लेते हैं, तो हर महीने एक तय रकम (EMI) आपको बैंक या कंपनी को देनी होती है। यह रकम आपके खाते से तय तारीख को अपने आप कट जाती है।

लेकिन अगर आपके खाते में उस दिन पैसे नहीं होते, तो बैंक EMI नहीं काट पाता और उसे “EMI बाउंस” कहा जाता है।


EMI Bounce पर पहले क्या होता था?

पहले अगर आपकी EMI बाउंस होती थी तो बैंक आपसे:

  • जुर्माना लेता था (₹300 से ₹1000 तक)

  • अतिरिक्त ब्याज (Penal Interest) लेता था

  • और कई बार बिना बताए आपके ऊपर ये चार्ज लगा देता था

कई लोगों को यह बात बाद में पता चलती थी जब उनका बैंक बैलेंस कम हो जाता था या अगली बार फिर से EMI कटने में दिक्कत आती थी।


2025 से EMI Bounce पर क्या होंगे नए नियम?

RBI ने EMI बाउंस से जुड़ी परेशानियों को समझते हुए 1 जनवरी 2025 से नए नियम लागू किए हैं। अब बैंकों और NBFC (जो लोन देती हैं) को कुछ बातें फॉलो करनी होंगी:

1. अब अतिरिक्त ब्याज नहीं लगेगा

अब बैंक या लोन कंपनी आपके EMI बाउंस होने पर अलग से ब्याज नहीं लगा सकती। पहले वे Penal Interest के नाम पर 2% से 5% तक का अतिरिक्त ब्याज लेते थे। अब सिर्फ एक फिक्स जुर्माना लगाया जाएगा, जो पहले से बताया जाएगा।

2. बिना बताए चार्ज नहीं लगेगा

अगर आपकी EMI बाउंस होती है, तो बैंक को आपको पहले से जानकारी देनी होगी। वो SMS, ईमेल या कॉल के जरिए बताएगा कि EMI बाउंस हुई है और कितना जुर्माना लगेगा।

3. बार-बार EMI बाउंस पर सख्त कार्रवाई

अगर कोई ग्राहक बार-बार EMI बाउंस करता है, तो बैंक:

  • नोटिस भेज सकता है

  • कानूनी कार्रवाई कर सकता है (जैसे चेक बाउंस केस)

  • अगली बार लोन देने से मना कर सकता है


EMI Bounce के नुकसान क्या हैं?

परेशानी असर
जुर्माना ₹300 से ₹1000 तक
क्रेडिट स्कोर खराब भविष्य में लोन लेना मुश्किल
कानूनी नोटिस कोर्ट में केस तक जा सकता है
संपत्ति जब्त घर या गाड़ी लोन पर ली हो तो बैंक उसे ले सकता है

EMI समय पर ना देने पर CIBIL स्कोर कैसे गिरता है?

CIBIL स्कोर आपकी लोन चुकाने की आदत को दिखाता है। EMI टाइम पर नहीं देने से यह स्कोर गिर जाता है। अगर यह स्कोर 750 से नीचे चला जाए, तो अगली बार आपको लोन मिलने में दिक्कत हो सकती है।


EMI Bounce से कैसे बचें?

यह कुछ आसान तरीके हैं जिससे आप EMI बाउंस से बच सकते हैं:

  1. ऑटो डेबिट चालू रखें – EMI तारीख को अपने आप पैसे कट जाएं।

  2. अकाउंट में पैसे रखें – EMI से एक दिन पहले ही बैलेंस चेक कर लें।

  3. समय पर सैलरी आने की योजना बनाएं – अगर आपकी EMI की तारीख सैलरी के बाद है, तो EMI की तारीख बदलवा सकते हैं।

  4. बजट बनाएं – महीने की शुरुआत में खर्चों की योजना बनाएं।

  5. बैंक से बात करें – अगर किसी महीने दिक्कत है, तो पहले से बैंक को बताएं।


निष्कर्ष

आज के समय में जहां ज़्यादातर लोग लोन पर ही घर, गाड़ी या दूसरी चीजें खरीद रहे हैं, वहां EMI समय पर देना बहुत जरूरी हो गया है। 2025 के नए नियम ग्राहकों को सुरक्षा देने के लिए बनाए गए हैं, लेकिन अगर आप लापरवाही करते हैं, तो इसका असर आपकी जेब और भविष्य दोनों पर पड़ेगा।

इसलिए अगर आपने लोन लिया है या लेने की सोच रहे हैं, तो इन नियमों को अच्छे से समझ लें और समय पर EMI भरने की आदत बनाएं।


🟢 सुझाव

  • EMI से एक दिन पहले मोबाइल पर रिमाइंडर लगाएं।

  • दो EMI बाउंस होने पर तुरंत बैंक से बात करें।

  • EMI के लिए अलग से एक बचत खाता बनाएं।

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment